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ठेकुआ, चावल के लड्डू व कचवनिया ऐसे बनायें।

महापर्व डाला छठ में प्रसाद के रूप में कई व्‍यंजन खुद बनाने पड़ते हैं, जिनके बनाने की संम्‍पूर्ण विधि हम यहॉं प्रस्‍तुत कर रहे हैं, वह भी आसान भाषा में।

आवश्‍यक सामाग्री -: ठेकुआ बनाने के लिए आवश्‍यक सामाग्री की मात्रा आपको कितना बनाना है उस पर निर्भर करता है। ठेकुआ बनाने में आटे की मात्रा का आधा चीनी या गुड़ लिया जाता है। हम यहॉं एक किलो आटे के आधार पर आवश्‍यक सामाग्री दें रहे हैं।

टा 1 किलो, चीनी या गुड़ 250 ग्राम , धी 250, कुछ पीसी इलायची, सौंफ, नारियल का बुरादा अपने स्‍वाद अनुसार।

बनाने की विधि -: सबसे पहले गुड़ या चीनी को पानी में डालकर एक बर्तन में उसे घुलने के लिए रख दें। अब एक बर्तन में गेहूं का आटा चाल लें। आटे में कद्दूकस किया नारियल , पिसी इलायची, सौंफ और 2 चम्‍मच घी डालकर दोनों हाथों से अच्छी तरह मिलाए। लगभग 1 घंटे बाद गुड़/चीनी को देखें वह पानी में ठीक से घुल गया होगा अगर नहीं घुला तो प्रसाद बनाने वाले चूल्‍हे पर रखकर गर्म कर पिघला लें। सब सामान मिलाने के बाद आटे को गुड़/चीनी वाले पानी से गूंथ लें, ध्यान रखें आंटे को सख्त गूंथे।
अब आंटे में से थोड़ा-थोड़ा और बराबर भाग निकालकर, इन्हें गोल करके दोनों हथेलियों के बीच रखकर दबा दें। ठेकुआ बनाने के लिए बाजार में मिलने वाले लकड़ी के सांचे का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। साचे या हाथ के माध्‍यम से तैयार ठेकुआ को एक बर्तन में रखते जाये। इसके बाद कढाई में आवश्‍यकता अनुसार घी डाल कर मध्‍यम ऑंच पर गर्म कर लें। जब घी अच्‍छी तरह गर्म हो जाये तो जितना आपकी कड़ाही में आ सकता है उतना ठेकुआ डाल कर उसे धीरे धीरे पकने दें। उसे हल्‍के हाथो से पलटे के माध्‍यम से चलाते रहें। जब वह गर्म तेल में अच्‍छी तरह पक जाये यानि लाल हो जाये तो निकाल कर जहॉं प्रसाद रखा जा रहा है वहॉं उसे रख दें।

धीमी आंच पर सेंके :-

  • ठेकुआ को सेकना सबसे अहम है. इसे मीडियम आंच पर कढ़ाही में घी या तेल में डालें और धीमा आंच पर सेंके. तभी ये अंदर तक सिकेंगे.
  • इस समय सावधानी रखें क्योंकि इस समय ठेकुआ बहुत मुलायम होते हैं और बहुत जल्दी टूटते हैं.
  • उलट-पलटकर सेंक लें और धीमे से आंच से उतारें.

छठ में दो प्रकार के चावल के लड्डू बनाये जाते हैं एक प्रकार के लड्डू को कचनार लड्डू कहा जाता है और एक को चावल का लड्डू। दोनो को बनाने की विधियाँ हम यहॉं प्रस्‍तुत कर रहे हैं। सबसे पहले हम चावल के लड्डू जिन्‍हें भून कर बनाया जाता है वह प्रस्‍तुत है।

भुने चावल के लड्डू-: आवश्‍यक सामाग्री -: 

  1. 1 किलो चावल का आटा
  2. 250-300 ग्राम गुड़
  3. 300 ग्राम शुद्ध घी
  4. 1 चुटकी कपूर पाउडर
    स्‍वाद के लिए आवश्‍यक सामाग्री
    25 ग्राम सूखा नारियल (कद्दूकस किया हुआ)
    25 ग्राम लगभग काजू
    25 ग्राम किशमिश
    25 ग्राम मूंगफली दरदरी कुटी हुई (छिलके हटाये हुए)
    7-8 इलायची पाउडर या ताज़ी कुटी हुई
    1चुटकी कपूर पाउडर
    बनाने की विधि -: अब सबसे पहले चावल के आंटे को हल्का भूरा होने तक भून लें, लेकिन ध्यान रखने की बात होगी इस वक़्त की आंटे जले नहीं । जब आटा भून जाये तो उसे एक बरतन में पटल लें, उसमे सूखे फल,  घी,गुड़, इलायची-कपूर पाउडर सहित सभी सामाग्री अच्‍छी  तरह से मिला लें। सब सामाग्री अच्‍छी तरह मिल जाये तो उसे अपने हाथ के तलहथी में लेकर गोल गोल आकार दें।
    ध्‍यान रखें -: पानी बिल्कुल भी ना दें, ये सिर्फ घी और गुड़ से ही बन जाते हैं, पानी देने पर इनको ज्यादा दिन आप स्टोर नहीं कर पाएंगे, ये फिर ख़राब हो जायेंगे और इसके ऊपर फफूँदी पड़ जायेंगे, इसलिए पानी बिल्कुल ना दें।
    सभी सामाग्री आटे के गर्म रहते ही मिलायें और गोल बनाये, आटा ठंडा होने के बाद लड्डू बन पाना बड़ा मुश्‍किल होगाी। वह आपस में बंध नहीं पायेगें। 

कचवनिया लड्डू -:

कचवनिया

आवश्‍यक सामाग्री -:
चावल का आटा- 1 किलो
घी- 500 ग्राम
गुड़- 500 ग्राम (बारीक पिसा हुआ)
सौंफ- 20 ग्राम

बनाने की विधि -: एक बड़े बर्तन में सभी सामग्री को अच्छी तरह से मिला लें। अब अपने हाथों को चिकना करने के लिए उनमें घी लगा कर आटे के मिश्रण से छोटे-छोटे गोले (लड्डू) बनाइए.। आपका छठ का प्रसाद तैयार है. आप चाहें तो अपने स्वाद के अनुसार इसमें सामग्री को घटा-बढ़ा भी सकते हैं।

गन्ने की खीर गन्ने की खीर विशेष रूप से बिहार राज्य में बनाई जाती है. इसे गन्ने के रस में चावल के साथ मिलाकर पकाया जाता है. गन्ने की छठ पूजा में भी शामिल किया है. गन्ने को छठी मैया का बेहद प्रिय फल माना जाता है.   
गन्ने की खीर बनाने की विधि सबसे पहले चावल को धोकर कड़ाही में घी डालकर भूनें. फिर काजू भी भून लें. अब दो गुना पानी डालकर चावल पका लें। जब चावल की एक कनी पकने को रह जाए, तब गन्ने के रस को डालकर धीमी आंच पर पकाएं. जब खीर पक जाए, तो उतार लें. इसमें मेवा डालें. ठंडा होने पर दूध मिला दें।

इन्‍हें भी देखें

https://dharmakshetra.co.in/archives/4832

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