ज्ञान के अवतरण का, नारीशक्ति के प्रति श्रद्धा का महापर्व 30 अगस्त को श्रावणी एवं रक्षाबंधन का पर्व है मान्यता है कि इसी दिन एकोऽहं बहुस्याम्’ की ब्रह्म आकांक्षा पूर्ण हुई थी। एक से दो और दो से अनेक होने को विकास यात्रा पर सभी का एकदूसरे से सहयोग, संपर्क …
Read More »नई शुरुवात करने का पर्व होली-विवेक रंजन श्रीवास्तव
हमारे मनीषियो द्वारा समय समय पर पर्व और त्यौहार मनाने का प्रचलन ॠतुओ के अनुरूप मानव मन को बहुत समझ बूझ कर निर्धारित किया गया है .जब ठंड समाप्त होने लगती है , गेंहूं चने की नई फसल आने को होती है , …
Read More »भारतीय संस्कृति का अक्षय तृतीया
धर्मक्षेत्र पुरणों के अनुसार वैशाख शुक्ल तृतीया को शुभ कार्य करने पर अक्षय फल मिलता है। अक्षय तृतीया को विभिन्न क्षेत्रों में अक्षय तृतीया , आखा तीज , अक्षय तीज कहा गया है । अक्षय तृतीया का सर्वसिद्ध मुहूर्त में विवाह, गृह-प्रवेश, वस्त्र-आभूषणों की खरीददारी या घर, भूखण्ड, वाहन आदि …
Read More »वैदिक काल में सौरधर्म की सूर्य उपासना
पुरातन काल में प्रकृति पूजा में भगवान सूर्य की प्रधानता है । आर्यों और अनार्यों की धर्म रुचि में परिवर्तन होने से भगवान सूर्य के साथ भगवान विष्णु में अविर्भाव की प्रचलन हुआ है । भगवान सूर्य की त्रिकाल प्रातः काल मध्यकाल एवं संध्या काल सूर्योपासना की अंगस्वरूप है । …
Read More »