विश्व धरोहर दिवस का “विश्व स्मारक और पुरातत्व स्थल दिवस” का नाम बदलकर ‘विश्व धरोहर दिवस’ अथवा ‘विश्व विरासत दिवस’ रखा गया है । विश्व धरोहर दिवस का उद्देश्य मानव विरासत को संरक्षित करना और क्षेत्र के सभी प्रासंगिक संगठनों के प्रयासों को पहचानना है। ट्यूनीशिया में ‘इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ …
Read More »नालंदा की सांस्कृतिक विरासत
2367 वर्ग कि. अर्थात 914 वर्ग मील में 2011 के जनगणना के अनुसार 287253 आवादी वाला नालंदा जिले का मुख्यालय बिहार शरीफ है । बुद्ध और महावीर का क्षेत्र नालंदा है । महावीर ने मोक्ष की प्राप्ति पावापूरी बुद्ध के प्रमुख शारिपुत्र, का जन्म नालन्दा में हुआ था।नालंदा पूर्व में …
Read More »सब्र की और कितनी देनी होगी परीक्षा? कब रूकेगें हिन्दूओं पर जुबानी और पत्थरों के हमले ?-अखंड प्रताप सिंह
अरब से व्यापार करने आये व्यापारी के नाम पर मुस्लमान भारत में घुसकर फूट डालो राज करो की नीति अपना कर सीधे-साधे हिन्दू राजाओं का दमन कर शासन किया। हजारों मंदिरो को तोड़ कर न सिर्फ उसे लूटा बल्कि उसमें रखी मुर्तियों को खड़-बिखड़ कर उसे मस्जिद के रूप में …
Read More »उमंग तथा हर्ष का पर्व नववर्ष
ज्योतिष शास्त्र एवं विभिन्न राजाओं द्वारा प्रारम्भ किये गए नाव वर्ष मनाने की परंपरा कायम है । वर्ष गणना आरम्भ करने वाले भिन्न भिन्न राजा द्वारा संबत का सृजन किया गया है । भारतीय संस्कृति में विक्रम पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा को हिन्दू नव वर्ष …
Read More »सृष्टि का प्रारंभ चैत्र शुक्ल प्रतिपदा
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से प्रारम्भ होने वाला हिन्दू नववर्ष , गुड़ी पड़वा , मराठी-पाडवा और हिन्दू नव संवत्सरारम्भ माना जाता है। चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा को गुड़ी पड़वा या वर्ष प्रतिपदा या उगादि एवं युगादि कहा गया है। गुड़ी’ का अर्थ ‘विजय पताका’ है। शालिवाहन ने मिट्टी के सैनिकों …
Read More »दक्षिण में आर्द्रा पूजा का वृत्तांत
बात दसवीं शताब्दी के मध्य की है। चोल राजा कंठरादित्य शिव पूजा कर रहे थे। दीपाराधन के बाद उन्होंने अपनी रानी चेंबियन मादेवी को पास बुलाया और कहा,‘‘देवी! पूजा के अंत में प्रतिदिन तिल्लै नटराज भगवान के श्रीचरणों से जो पायल गूंजते थे,उनकी आवाज़ आज क्यों सुनाई नहीं पड़ी? मेरा …
Read More »बरसाने और बंगाल की होली
बनंदगाँव और बरसाने की लठमार होली होली पूरे भारत में मनाई जाती है लेकिन ब्रज की होली ख़ास मस्ती भरी होती है। यहॉं इसे कृष्ण और राधा के प्रेम से जोड़ कर देखा जाता है।बरसाने की होली में पुरूष और महिलाओं की अलग अलग टोलीयॉं बनती हैं। जिसमें कृष्ध की …
Read More »ठेकुआ, चावल के लड्डू व कचवनिया ऐसे बनायें।
महापर्व डाला छठ में प्रसाद के रूप में कई व्यंजन खुद बनाने पड़ते हैं, जिनके बनाने की संम्पूर्ण विधि हम यहॉं प्रस्तुत कर रहे हैं, वह भी आसान भाषा में। आवश्यक सामाग्री -: ठेकुआ बनाने के लिए आवश्यक सामाग्री की मात्रा आपको कितना बनाना है उस पर निर्भर करता है। …
Read More »छठ पूजन के पूजन सामाग्री एवं अन्य
पर्व के विभिन्न अवसरो पर प्रयोग होने वालो गेहूँ धुलाई के लिए आवश्यकता अनुसार अच्छी तरह से बिना हुआ गेहूँ, धोने के लिए शुद्व पानी, सुखाने के लिए एक स्वस्छ चादर, गेहूँ सुखाते समय ध्यान रखें उसे मानव तो मानव पशु-पक्षी भी जूठा मत करें। गूेहूँ सूख जाने के बाद …
Read More »पंचोपचार पूजन विधि
संक्षिप्त विधि या पंचोपचार पूजन-: इस पूजन विधि मेँ पाँच मुख्य उपचार (कर्तव्य) हैं।सबसे पहले भगवान को आसान देते हुए भक्ति भाव एवं मंत्रो द्वारा भगवान का ध्यान किया जाता है। आवाहृन करें, स्नान करा कर वस्त्र अर्पित करें-: आवाहन का अर्थ है पास लाना। जिस देवता की पूजा की …
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